मंडूकासन करने का तरीका व लाभ | Method and benefits of Mandukasana
आज हम योग (Yoga)के मंडूकासन के बारे में आपको बताएंगे। मंडूक का अर्थ मेंढक होता है , क्यूंकि इस आसन को करते समय हमारा शरीर मेंढक के आकर जैसा होता है इसलिए इसे मंडूकासन (Mandukasana) कहा जाता है। मंडूकासन वैसे तो कई तरीको (ways)द्वारा किया जाता है। परन्तु , आज हम आपको मंडूकासन का सबसे प्रचलित (famous) तरीका बताएंगे।
मंडूकासन को करने का तरीका | Ways to do Mandukasana
- किसी खुली जगह में जाकर चटाई (Carpet) बिछाएं।
- दंडासन में बैठते हुए वज्रासन में बैठ(sit) जाएं।
- जब वज्रासन में बैठ जाएं तो दोनों हाथों(hands) की मुठ्ठी को बंद कर लें। और मुट्ठी(fist) बंद करते हुए अंगूठे की अंगुलियों (fingers)से अंदर की तरफ दबाएं।
- ऐसा करते हुए नाभि(navel) के दोनों ओर मुठ्ठियों को लगाकर सांस को बाहर निकालते हुए सामने की तरफ झुके और अपनी थोडी को भूमि पर टिका लें।
- कुछ समय ऐसे रहने के बाद वापिस वैसे ही वज्रासन ( varjasana ) में आ जाए।
मंडूकासन करने के लाभ | Benefits of Mandukasana
मंडूकासन बहुत लाभदायक आसन है , इसके बहुत से लाभ हैं जैसे :
- यह आसन पेट (stomach)के रोगो को दूर करने में अत्यंत लाभकारी होता है । जैसे : कब्ज, गैस, अफारा, भूख न लगना, अपच, भोजन का पाचन ठीक न होना आदि।
- इस आसन (Asana)को करने से अमाशय, छोटी आंत, बड़ी आंत, पित्तकोष, पेन्क्रियाज, मलाशय, लिवर, प्रजनन अंगों और किडनी आदि को स्वस्थ (healthy) रखने में लाभकारी सिद्ध होता है।
- यह आसन डाइबटीज जैसी समस्या में भी लाभकारी होता है। मंडूकासन(Mandukasana) उदर और हृदय को स्वस्थ रखने में लाभदायक होता है।
मंडूकासन करते वक़्त सावधानी | Caution while doing Mandukasana.
- पेट (stomach) से सम्बंधित गंभीर रोग में यह आसन न करे।
- अगर आपको स्लिप डिस्क, ऑस्टियोपॉरोसिस और कमर दर्द जैसी समस्या है तो यह आसन(asana) सिर्फ किसी योग चिकित्सक(doctor) से पूछकर ही करें।
- मंडूकासन (Mandukasana)करते वक़्त दोनों हाथों की मुठ्ठियां अच्छी तरह से नाभि के सामने टिकी होनी चाहिए।