Important Geography GK Question Answers for UKPSC Mains Exam
By Roopali Thapliyal | Geography | Jul 25, 2017
ज्वालामुखी (Volcano )
पृथ्वी सतह पर उपस्थित पिघला हुआ ऐसा पदार्थ लावा(Lava), राख (Ashes), जलवाष्प (water Vapour), ठोस पदार्थ तथा अन्य गैसें किसी छिद्र या दरार से बाहर निकलती है तो से ज्वालामुखी (Volcano) एक पर्वत होता है जिसके नीचे पिघले हुए लावा (Lava) की तालाब बनी होती हो जो पृथ्वी के नीचे ऊर्जा यानि जियोथर्मल एनर्जी (Geothermal energy) से लगातार पत्थर पिघलते है। जब पृथ्वी के नीचे से ऊपर की ओर दबाव बढ़ता है तो पहाड़ ऊपर से फटता है और ज्वालामुखी (Volcano) कहलाता है। ज्वालामुखी(Volcano) के नीचे पिघले हुए पत्थरों और गैसों को मैग्मा (Magma) कहते है। ज्वालामुखी (Volcano) के फटने के बाद जब यह निकलता है तो इसे लावा (Lava ) कहते है। .
ज्वालामुखी के प्रकार (Types of volcanoes)
सक्रिय ज्वालामुखी (Active Volcano ) - ऐसे ज्वालामुखी (Volcano) हमेशा सक्रिय(Active ) रहते है। इनमे से प्रमुख ज्वालामुखी(Volcano) है -
प्रसुप्त ज्वालामुखी (Dormant Volcano ) - अभी सक्रिय (Active) नहीं है लेकिन ज्ञात इतिहास में सक्रिय रहे है। जैसे - प्रमुख प्रसुप्त ज्वालामुखी (Dormant volcano) है – विसुवियस Vesuvius (इटली) ,फ्यूजीयामा Fujiyama (जापान) , कलिमंजारो Kilimanjaro (टँगानिका ) ,क्रकातोआ Krakatoa ( इण्डोनेशिया )
विलुप्त ज्वालामुखी (Extinct Volcano ) - जो ज्ञात इतिहास से सक्रिय(Active) नहीं रहे है। प्रमुख विलुप्त ज्वालामुखी(Extinct Volcano) है - माउन्ट पोपा (Mount Papa) (म्यांमार ), कोह सुलतान (Koh Sultan) (ईरान ), अंककागुहा (Ankakaguha) (अर्जेंटीना)। तीव्रता के आधार पर ज्वालामुखी (Volcano) को निम्न भागों में बाँटते है। बढ़ते क्रम में जो इस प्रकार है।
ज्वालामुखी का वितरण (Volcano distribution)
आन्तरिक ज्वालामुखी क्रिया से निर्मित स्थलाकृतियाँ –
Surfaces Created with internal Volcanic Activity -
बाह्रय ज्वालामुखी क्रिया से निर्मित स्थलाकृतिया
पृथ्वी सतह पर उपस्थित पिघला हुआ ऐसा पदार्थ लावा(Lava), राख (Ashes), जलवाष्प (water Vapour), ठोस पदार्थ तथा अन्य गैसें किसी छिद्र या दरार से बाहर निकलती है तो से ज्वालामुखी (Volcano) एक पर्वत होता है जिसके नीचे पिघले हुए लावा (Lava) की तालाब बनी होती हो जो पृथ्वी के नीचे ऊर्जा यानि जियोथर्मल एनर्जी (Geothermal energy) से लगातार पत्थर पिघलते है। जब पृथ्वी के नीचे से ऊपर की ओर दबाव बढ़ता है तो पहाड़ ऊपर से फटता है और ज्वालामुखी (Volcano) कहलाता है। ज्वालामुखी(Volcano) के नीचे पिघले हुए पत्थरों और गैसों को मैग्मा (Magma) कहते है। ज्वालामुखी (Volcano) के फटने के बाद जब यह निकलता है तो इसे लावा (Lava ) कहते है। .
ज्वालामुखी के प्रकार (Types of volcanoes)
सक्रिय ज्वालामुखी (Active Volcano ) - ऐसे ज्वालामुखी (Volcano) हमेशा सक्रिय(Active ) रहते है। इनमे से प्रमुख ज्वालामुखी(Volcano) है -
- ग्वालाटिरि Guateire (Chile)
- कोटपैक्सी Kotopexi (Ecuador)
- मानोलोबा Manoloba (Hawaii)
- ऐटेना Attena (Italy)
- स्ट्रोम्बोली Stromboli (Italy)
- सेमेरु Cemera (Indonesia)
- इरेबस Erebus (Antarctica)
प्रसुप्त ज्वालामुखी (Dormant Volcano ) - अभी सक्रिय (Active) नहीं है लेकिन ज्ञात इतिहास में सक्रिय रहे है। जैसे - प्रमुख प्रसुप्त ज्वालामुखी (Dormant volcano) है – विसुवियस Vesuvius (इटली) ,फ्यूजीयामा Fujiyama (जापान) , कलिमंजारो Kilimanjaro (टँगानिका ) ,क्रकातोआ Krakatoa ( इण्डोनेशिया )
विलुप्त ज्वालामुखी (Extinct Volcano ) - जो ज्ञात इतिहास से सक्रिय(Active) नहीं रहे है। प्रमुख विलुप्त ज्वालामुखी(Extinct Volcano) है - माउन्ट पोपा (Mount Papa) (म्यांमार ), कोह सुलतान (Koh Sultan) (ईरान ), अंककागुहा (Ankakaguha) (अर्जेंटीना)। तीव्रता के आधार पर ज्वालामुखी (Volcano) को निम्न भागों में बाँटते है। बढ़ते क्रम में जो इस प्रकार है।
- हवाईन (Hawaiine)
- स्ट्रॉम्बोलियन (Strombolian)
- विसुवियन (Viswanian)
- पिलियन (Pillian)
ज्वालामुखी का वितरण (Volcano distribution)
- परिप्रशान्त पति (Circum Pacific Belt ) - यह न्यज़ीलैण्ड (New Zealand) से आरम्भ होकर इण्डोनेशिया (Indonesia) ,फिलीपीन्स ( Philippines) ,जापान (Japan) ,कमचटका (Kamchatka) ,अल्यूशियन द्वीप (Aleutian Islands) होती है हुई अंटार्कटिका (Antarctica) में ऐबरस पर्वत (Aberas Mountains) तक फैली है। इसे अग्निवृत (Pacific Ring of Fire ) भी कहते है। यहाँ पर एकांकागुआ (Anconagua) , कोटोपैक्सी (Kotopeksi) ,फ्यूजियामा (Fujiyama) , सास्ता (Saista) आदि ज्वालामुखी(Volcano) पर्वत है।
- माध्यमहाद्वीपीय पेटी (Mid Continental Belt ) - यह पेटी कनारी द्वीप (Canary Islands) से लेकर इण्डोनेशिया द्वीप(Indonesia Island) तक फैली हुई है। यहाँ स्ट्रॉम्बोली (भूमध्यसागर का प्रकाश स्तम्भ ) ,विसुवियस (Vesuvius) ,ऐटेना (Aetena) ,कोह सुलतान (Koh Sultan),एल्बुर्ज (Alburge) ,क्रकातोआ (Krakatoa) आदि ज्वालामुखी(Volcano) पर्वत स्थित है।
- मध्य अटलांटिक पेटी पेटी (Mid Atlantic Belt ) - मध्य अटलांटिक पति में आइसलैंड (iceland) से लेकर सेण्ट हेलेना (St. Helena) तक ज्वालामुखी पर्वत (Volcano Mountain) पाये जाते है।
- भ्रंश घाटी क्षेत्र (Rift Valley Belt ) - यह अफ्रीका (Africa) में स्थित है यहाँ पर माउण्ट कीनिया(Mount Keniya) और किलिमंजरो ज्वालामुखी(Kilimanjaro volcano) स्थित है।
- भारत - दक्खन का पठार(Deccan Plateau) (क्रिकेटियस काल में विस्फोट हुआ ) तथा बेरन द्वीप(Barren Island) अण्डमान निकोबार (Andman Nicobar) में
आन्तरिक ज्वालामुखी क्रिया से निर्मित स्थलाकृतियाँ –
Surfaces Created with internal Volcanic Activity -
- डाइक (Dyke )
- सिल (Sill )
- लोकोलिथ (Locolith)
- बेथोलिथ (Batholith)
बाह्रय ज्वालामुखी क्रिया से निर्मित स्थलाकृतिया
- ज्वालामुखी ग्रीवा (Neek )
- सिण्डर शंकु (Cone )
- एसिड शंकु (स्ट्रोम्बोली )
- बेसिक शंकु (मोनोलोआ )
- शंकुस्त (Nested ) शंकु (विसुवियस )
- शंकु मिश्रित शंकु (Composite ) फ्यूजियामा
- कोलडेरा - क्रेटर का बड़ा रूप (आसो -जापान ,वेलिस -अमेरिका )
- डाट (Plug ) (डेविलटॉवर - अमेरिका )
- सोल्फतारा (गन्धक का धुआँरा Fumarole )
- अलास्का की दहसहस्त्र घाटी (Valley of Ten Thousand )कोहसुल्तान
- मोफेटी (Moffetes ) - ऐसा धुआँरा (Fumarole ) जिसमे कार्बन डाईऑक्साइड अधिक है।
- सेफोनी (Seffoni ) - जिसमें बोरिक ऐसिड की मात्रा अधिक होती है।