Top 30 important Uttarakhand GK Questions for UKSSSC Exam in Hindi
By radhika jagwan | Uttarakhand | Apr 13, 2019
उत्तराखंड की परीक्षाओं से सम्बंधित ऐसे प्रश्नों का संकलन जो इस बार होने वाली उत्तराखंड की परीक्षाओं में पूछे जा सकते है। इन प्रश्नों का अध्ययन करके परीक्षा में अच्छे अंक लाये जा सकते है।
- कालिदास जी की जन्मस्थली कहाँ मानी जाती है : कविल्टा (रुद्रप्रयाग )
- कुमाऊं में केदारनाथ और बद्रीनाथ के मंदिर कहाँ है : द्वारहाट (अल्मोड़ा )
- मोलाराम की चित्रशाला कहाँ है : श्रीनगर
- पहाड़ी चित्रकला किसकी पुस्तक है : किशोरी लाल वैद्य
- बिस्सु मेला कहाँ लगता है : चकराता (देहरादून )
- शहीद केसरी चंद मेला कब लगता है : 3 मई
- प्रतिवर्ष मई में छोलिया नृत्य महोत्सव का आयोजन कहाँ होता है : पिथौरागढ़
- प्रतिवर्ष पांच दिवसीय गुरु माणिकनाथ जात यात्रा का आयोजन कहाँ होता है : टिहरी में
- तुग्यल नामक आभुषण कहाँ पहना जाता है : कान में
- राज्य का पहला समाचार पत्र कौन सा था : द हिल्स (1842 )
- राज्य में पहला परमवीर चक्र किसे दिया गया था : मेजर सोमनाथ शर्मा
- राज्य में प्रथम भारत रत्न किसे दिया गया : गोविन्द बल्लभ पंत
- कुमाऊं में जेल जाने वाले प्रथम व्यक्ति कौन थे : मोहन सिंह मेहता
- फड़का नौली के शिलाश्रयों की खोज कब हुई थी : 1985
- कुमाऊं परिषद् का पहला अधिवेशन कब हुआ था : 1917
- कुमाऊं परिषद् के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की थी : जयदत्त जोशी
- कुमाऊं परिषद् का दूसरा अधिवेशन कब हुआ था : 1918
- महरूड़ी कस्तूरी मृग अनुसन्धान केंद्र की स्थापना कब की गयी : 1977
- राज्य में ढोल को राज्य वाद्य कब घोषित किया गया था : 2015
- राज्य का राज्य पक्षी क्या है : मोनाल
- राज्य में उच्च न्यायलय की स्थान कब हुई थी : 9 नवंबर 2000
- राज्य में सबसे पहली नगर पालिका परिषद कौन सी है : मसूरी नगर पालिका परिषद
- राज्य की विधानसभा द्वारा सेवा का अधिकार कानून कब बनाया गया था : 2011
- राज्य सेवा में राज्य की महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण कितना दिया जाता है : 30 %
- आठ ताम्र मानवाकृतियों की प्राप्ति कहाँ से हुई है : बनकोट क्षेत्र (पिथौरागढ़ )
- राज्य के प्रथम चयन अधीनस्थ आयोग के अध्यक्ष कौन थे : आर. बी. एस. रावत
- रानी कर्णावती ने कौन सी नहर का निर्माण करवाया था : देहरादून स्थित राजपुर नहर
- गढ़वाल कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी : 1918
- सरयू नदी के किनारे किस प्रथा का अंत किया गया था : कुली बेगार प्रथा
- कुमाऊं में गोरखों ने कितने वर्षों तक शासन किया था : 25 वर्षों तक