UKPSC Mains Exam Important Geography Question Answer
By Vyas IAS Academy | Geography | Jul 15, 2017
Important Geography GK Questions with Answers posted by Vyas IAS Academy Dehradun
प्रश्न 1 - भारतीय कृषि की विशेषता ?
उत्तर - भारतीय कृषि की विषेशताओं को दो भागों में बाँटकर देखा जा सकता है जैसे परम्परागत विशेषताये :-
- भारतीय कृषि मानसून आधारित हो
- छोटे जोतो व तकनीकी ज्ञान की कमी के कारण जीवन निर्वाही कृषि हो
- मानवीय श्रम की अधिकता है
- कृषि वित्त की कमी
- कृषि विपणन की कमी
- अधिकांश जनसँख्या (60 % ) कृषि कार्यों पर निर्भर हो
- खाद्यान्न फसलों की अधिकता
- बहुप्रकारिय खेती
आधुनिक विशेषताएं(Modern Features) : -
- कृषि उत्पादों के आयात से निर्यात पर पहुँच गये हो
- कृषि उत्पादन में वृद्धि हेतु हरित क्रान्ति।
- सूटकेस फार्मिंग
प्रश्न – 2 भारत में भूमि सुधार ?
उत्तर - भूमि की उत्पादकता बढ़ाने हेतु भूमि के साथ किये गए विभिन्न प्रयोग ही भूमि सुधार कहलाते है जबकि समाजवादी वरिपेक्ष में देखे तो भूमि को संसाधन मानकर उसका पुनः वितरण करना ही भूमि सुधार हो भारत में भूमि सुधार व्यवस्था से लाये जाने के निम्न कारण थे जैसे : -
- सामाजिक व आर्थिक न्याय की प्राप्ति हेतु।
- भूमि के असमान वितरण को कम करने हेतु।
- कृषि अवरोधों में कमी हेतु।
- छोटी जोतों के स्वरूप को कम करने हेतु।
- परम्परागत कृषि में कमी तथा कृषि तकनीकों में वृद्धि हेतु
- कृषि विपणन में वृद्धि हेतु
- कृषि -वित्त समस्या को दूर करने हेतु
प्रश्न - 3 भूमि सुधार हेतु अपनाये गये मॉडल / प्रयास ?
उत्तर -
- संवैधानिक मॉडल / राज्य के प्रयास - इसमें राज्य की सरकार द्धारा कृषि जोतों के विस्तार सामाजिक न्याय की प्राप्ति ,कृषि अवरोधों में कमी तथा उत्पादन व कृषि तकनीकी में वृद्धि हेतु अनेक प्रयास किये हो जैसे - जमींदारी उन्मूलन ,सहकारी खेती को प्रोत्साहन ,चकबन्दी ,हदबन्दी ,हरित क्रान्ति ,द्वितीय हरित क्रान्ति ,भूमि अधिग्रहण बिल आदि
- गाँधी वादी मॉडल (Gandhi Plaintiff Model) - इसके अनुसार यह माना गया की व्यक्ति द्धारा उत्पादन में वृद्धि बलपूर्वक नहीं की जा सकती बल्कि उसके ह्रदय परिवर्तन द्धारा ही की जा सकती हो और इसी विचारधारा का अनुसरण करते हुये विनोबा भावे द्धारा भू - दान आन्दोलन चलाया गया था।
- हिंसात्मक / नक्सली प्रयासों द्धारा (Violent / Naxalite efforts) - इसके अलावा अब भूमि का पुन वितरण हिंसात्मक रूप से भी किया जा रहा है जिसके माध्यम से अपनी भूमि के साथ -2 दूसरों की भूमि को भी कब्जाया जा रहा है भारत के कृषि विपणन की समस्याओं के निपटारे हेतु सरकार द्धारा अनेक प्रयास किये गये हो जैसे : -
- कृषि मूल्य लागत आयोगों का गठन
- मंडी कानून बनाये गये है
- नाफेड , ट्राइफेड की स्थापना की गयी हो
- न्यून्तम समर्थन मूल्य आदि
- रियल स्टेट (Real State) - आवासीय ,कृषि तथा परियोजनाओं से सम्बन्धित भूमि व उनकी खरीदारी बिक्री व विभिन्न अनुबन्धों के मध्य सम्बन्ध को ही रियल स्टेट कहते है।
RERA (Real state Regulation Act ) :–
ग्लोबल रियल स्टेट सूचकांक(Global Real State Index) में भारत की स्थिति निम्न है जिसके कारणों में रियल स्टेट में व्याप्त खरीदार व विक्रेता के मध्य विश्वास की कमी तथा अन्य समस्याओं को देखा जा सकता है यद्यपि इस क्षेत्र का विनयमन Town and Country Planning Act ,अब इसके लिये RERA बनाया गया है जिसे 1 मई 2017 से लागू किया गया है
RERA के कार्य : –
- सभी आवासीय परियोजनाओ का Registration किया जायेगा।
- सभी हितधारकों के हितों की सुरक्षा प्रदान की जायेगी।(खरीदार ,डेवलेपर्स )
- सभी शिकायतों का निराकरण 60 दिनके अन्दर किया जायेगा
देश के तहत सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों से एक अपीलीय प्राधिकरण बनाया गया है रेरा में खरीदारों व प्रमोटरों के दायित्वों को निश्चित किया गया है जैसे - प्रमोटरों को प्रयोजना पुरे होने के 5 - वर्ष तक सम्पूर्ण मेन्टीनेंस खर्च देना होगा ,परियोजना व्यय का 70 % सुरक्षा के रूप में बैंक में जमा करना होगा व जिसका उपयोग केवल विनिर्माण कार्यों पर होगा ,परियोजना को बन्द करने पर प्रमोटर को ब्याज सहित सम्पूर्ण राशि वापस करनी होगी तथा उपरोक्त के उल्लंघन पर लागत का 5 % या 1000 रूपये प्रतिदिन का जुर्माना देना होगा।
RERA के लाभ : -
- वर्ष 2020 तक प्रत्येक परिवार को घर देने में सहायता मिलेगी।
- स्मार्ट सिटी के निर्माण में सहायता
- पारदर्शी व्यवस्था स्थापित होगी
- एफ डी आई (FDI) का प्रवाह बढ़ेगा
- ग्राहकों के साथ धोखधड़ी को रोका जा सकेगा।
- बिल्डर बुकिंग के समय कुल Amount का 10 % से अधिक नहीं ले पायेगा
प्रश्न – 4 भारत में कृषि का महत्व ?
उत्तर - भारत में कृषि के महत्व को निम्न क्षेत्रों में देखा जा सकता है जैसे : -
- भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान हो अर्थात राष्ट्रीय आय में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। वर्ष 2015 -2016 में कृषि एवं उसके सहायक क्षेत्रों का योगदान 17 % है।
- औद्योगिक विकास में।
- कृषि में पूँजी निर्माण।
- भारत की जनसँख्या का लगभग 60 % भाग कृषि और उससे सम्बुद्ध कार्यों से जुड़े है अर्थात जनसँख्या के एक बड़े भाग को रोजगार प्राप्त होता है
- अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका है
- इसके आलावा आर्थिक नियोजन में भी कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है