महत्त्वपूर्ण तत्सम-तद्भव शब्द की परिभाषा,पहचानने के नियम और उदहारण-[UPTET/CTET 2018]
By Kamakshi Sharma | Hindi | Oct 07, 2018
तत्सम शब्द
तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं। इनमें ध्वनि परिवर्तन नहीं होता है।
तद्भव शब्द
समय और परिस्थिति की वजह से तत्सम शब्दों में जो परिवर्तन हुए हैं उन्हें तद्भव शब्द कहते हैं।
तत्सम और तद्भव शब्दों को पहचानने के नियम :-
(1) तत्सम शब्दों के पीछे ‘ क्ष ‘ वर्ण का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों के पीछे ‘ ख ‘ या ‘ छ ‘ शब्द का प्रयोग होता है।
(2) तत्सम शब्दों में ‘ श्र ‘ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ स ‘ का प्रयोग हो जाता है।
(3) तत्सम शब्दों में ‘ श ‘ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ स ‘ का प्रयोग हो जाता है।
(4) तत्सम शब्दों में ‘ ष ‘ वर्ण का प्रयोग होता है।
(5) तत्सम शब्दों में ‘ ऋ ‘ की मात्रा का प्रयोग होता है।
(6) तत्सम शब्दों में ‘ र ‘ की मात्रा का प्रयोग होता है।
(7) तत्सम शब्दों में ‘ व ‘ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ ब ‘ का प्रयोग होता है।
तत्सम शब्द = तद्भव शब्द के उदाहरण इस प्रकार हैं :-
अ, आ से शुरू होंने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
इ , ई से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
उ , ऊ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
ए , ऐ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
ऋ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है – तत +सम , जिसका अर्थ होता है ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं। इनमें ध्वनि परिवर्तन नहीं होता है।
तद्भव शब्द
समय और परिस्थिति की वजह से तत्सम शब्दों में जो परिवर्तन हुए हैं उन्हें तद्भव शब्द कहते हैं।
तत्सम और तद्भव शब्दों को पहचानने के नियम :-
(1) तत्सम शब्दों के पीछे ‘ क्ष ‘ वर्ण का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों के पीछे ‘ ख ‘ या ‘ छ ‘ शब्द का प्रयोग होता है।
(2) तत्सम शब्दों में ‘ श्र ‘ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ स ‘ का प्रयोग हो जाता है।
(3) तत्सम शब्दों में ‘ श ‘ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ स ‘ का प्रयोग हो जाता है।
(4) तत्सम शब्दों में ‘ ष ‘ वर्ण का प्रयोग होता है।
(5) तत्सम शब्दों में ‘ ऋ ‘ की मात्रा का प्रयोग होता है।
(6) तत्सम शब्दों में ‘ र ‘ की मात्रा का प्रयोग होता है।
(7) तत्सम शब्दों में ‘ व ‘ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ ब ‘ का प्रयोग होता है।
तत्सम शब्द = तद्भव शब्द के उदाहरण इस प्रकार हैं :-
अ, आ से शुरू होंने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
- आम्र = आम
2. आश्चर्य = अचरज
3. अक्षि = आँख
4. अमूल्य = अमोल
5. अग्नि = आग
6. अँधेरा = अंधकार
7. अगम = अगम्य
8. आधा = अर्ध
9. अकस्मात = अचानक
10. आलस्य = आलस
11. अज्ञानी = अज्ञानी
12. अश्रु = आँसू
13. अक्षर = अच्छर
14. अंगरक्षक = अंगरखा
15. आश्रय = आसरा
16. आशीष = असीस
17. अशीति = अस्सी
18. ओष्ठ = ओंठ
19. आरात्रिका = आरती
20. अमृत = अमिय
21. अंध = अँधा
22. अर्द्ध = आधा
23. अन्न = अनाज
24. अनर्थ = अनाड़ी
25. अग्रणी = अगुवा
26. अक्षवाट = अखाडा
27. अंगुष्ठ = अंगूठा
28. अक्षोट = अखरोट
29. अट्टालिका = अटारी
30. अष्टादश = अठारह
31. अंक = आँक
32. अंगुली = ऊँगली
33. अंचल = आंचल
34. अंजलि = अँजुरी
35. अखिल = आखा
36. अगणित = अनगिनत
37. अद्य = आज
38. अम्लिका = इमली
39. अमावस्या = अमावस
40. अर्पण = अरपन
41. अन्यत्र = अनत
42. अनार्य = अनाड़ी
43. अज्ञान = अजान
44. आदित्यवार = इतवार
45. आभीर = अहेर
46. आम्रचूर्ण = अमचूर
47. आमलक = आँवला
48. आर्य = आरज
49. आश्रय = आसरा
50. आश्विन = आसोज
51. आभीर = अहेर
इ , ई से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
- इक्षु = ईंख
53. ईर्ष्या = इरषा
54. इष्टिका = ईंट
उ , ऊ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
- उलूक = उल्लू
56. ऊँचा = उच्च
57. उज्ज्वल = उजला
58. उष्ट्र = ऊँट
59. उत्साह = उछाह
60. ऊपालम्भ = उलाहना
61. उदघाटन = उघाड़ना
62. उपवास = उपास
63. उच्छवास = उसास
64. उद्वर्तन = उबटन
65. उलूखल = ओखली
66. ऊषर = ऊँट
ए , ऐ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
- एकादश = ग्यारह
68. एला = इलायची
ऋ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द :-
- ऋक्ष = रीछ