Yoga : ताड़ासन करने की विधि , लाभ और सावधानी
आज हम आपको योग (yoga)के प्रसिद्ध आसन ताड़ासन के बारे में बताएंगे। ताड़ासन करने से हमारा शरीर लचीला बनता है और कड़ा एवं सख्त नहीं होता है। यह योगासन शरीर को खूबसूरती (beauty) प्रदान करता है। इस योगासन को करने से हमारी पर्सनालिटी(personality) में निखार आता है।
ताड़ासन (tadasana)को करने के लिए सर्व प्रथम सीधे खड़े हो जाएं तथा अपनी कमर एवं गर्दन को भी सीधा रखें।
इसको करने के बाद अपने हाथो को अपने सर के ऊपर रखें और सांस लेते हुए हलके हलके शरीर(body) को खींचें।
जैसे ही आप अपने शरीर को खींचे वैसे ही पैर की अंगुली(finger) से लेकर हाथ की अंगुलियों तक महसूस करें।
कुछ समय के लिए अपने शरीर(body) को ऐसे ही बनाए रखें।
बाद में सांस(breath) छोड़ते हुए धीरे धीरे अपने शरीर(body) को वापिस पहले की अवस्था में ले आये।
इस आसन(asana) को कम से कम तीन से चार बार करे।
वजन (weight)कम करने के लिए ताड़ासन बहुत ही लाभदायक होता है।
ताड़ासन करने से हाइट (hight)बढ़ती है।
अगर आपकी कमर(back) में दर्द हो तो ताड़ासन उसमे भी लाभकारी होता है।
अगर आपकी नसों एवं मांसपेशियों में दर्द हो तो ताड़ासन(tadasana) उसके लिए भी लाभदायक होता है।
घुटने के दर्द (pain)से भी छुटकारा देता ही ताड़ासन।
ताड़ासन करने से हम चलने (walk)की कला सीखते हैं।
ताड़ासन (tadasana)उन लोगो को चाहिए जिहे गहने में बहुत ज्यादा दर्द होता है।
गर्ववती (pregnant)महिला को ताड़ासन नहीं करना चाहिए।
सर दर्द (headache)में ताड़ासन नहीं करना चाहिए।
रक्तचाप ज्यादा या कम हो तब भी इस आसन (asana)को नहीं करना चाहिए।
ताड़ासन करने की विधि ( Tadasan Method )
ताड़ासन (tadasana)को करने के लिए सर्व प्रथम सीधे खड़े हो जाएं तथा अपनी कमर एवं गर्दन को भी सीधा रखें।
इसको करने के बाद अपने हाथो को अपने सर के ऊपर रखें और सांस लेते हुए हलके हलके शरीर(body) को खींचें।
जैसे ही आप अपने शरीर को खींचे वैसे ही पैर की अंगुली(finger) से लेकर हाथ की अंगुलियों तक महसूस करें।
कुछ समय के लिए अपने शरीर(body) को ऐसे ही बनाए रखें।
बाद में सांस(breath) छोड़ते हुए धीरे धीरे अपने शरीर(body) को वापिस पहले की अवस्था में ले आये।
इस आसन(asana) को कम से कम तीन से चार बार करे।
ताड़ासन करने के लाभ (Benefits of Tadasana)
वजन (weight)कम करने के लिए ताड़ासन बहुत ही लाभदायक होता है।
ताड़ासन करने से हाइट (hight)बढ़ती है।
अगर आपकी कमर(back) में दर्द हो तो ताड़ासन उसमे भी लाभकारी होता है।
अगर आपकी नसों एवं मांसपेशियों में दर्द हो तो ताड़ासन(tadasana) उसके लिए भी लाभदायक होता है।
घुटने के दर्द (pain)से भी छुटकारा देता ही ताड़ासन।
ताड़ासन करने से हम चलने (walk)की कला सीखते हैं।
ताड़ासन करते वक़्त सावधानी (Caution While doing tadasana)
ताड़ासन (tadasana)उन लोगो को चाहिए जिहे गहने में बहुत ज्यादा दर्द होता है।
गर्ववती (pregnant)महिला को ताड़ासन नहीं करना चाहिए।
सर दर्द (headache)में ताड़ासन नहीं करना चाहिए।
रक्तचाप ज्यादा या कम हो तब भी इस आसन (asana)को नहीं करना चाहिए।