World Disaster Control Day :- 13 October
By Pooja | General knowledge | Oct 13, 2020
World Disaster Control Day :- 13 October
सम्पूर्ण विश्व में 13 अक्टूबर 2020 को अंतरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस (Internal Disaster Reduction Day)मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य आपदा(Disaster) से मुक्त रहित समाज को निर्माणित कर वहाँ के नागरिकों तथा सरकार (Govt) को प्रोत्साहन प्रदान करना है या यह भी कह सकते हैं कि इसका मुख्य उद्देश्य है आपदा जोखिम को कम करना और सुरक्षित समुदाय(Safe community) का निर्माण करना।
आपदा कभी भी किसी को बोलकर या निमंत्रण पर नहीं आती है। चाहे वह प्राकृतिक आपदा(Natural Disaster) हो या मानव निर्मित आपदा। यह दिवस इन सभी आपदाओं के निवारण हेतु खुद को पूर्व मे सशक्त रखने की सीख को बतलाता है । कोरोनोवायरस(CORONA) वैश्विक महामारी के मध्य इस वर्ष विश्व आपदा नियंत्रण दिवस एक विशेष महत्व रखता है।संयुक्त राष्ट्र (United Nation)द्वारा 13 अक्टूबर को विश्व आपदा नियंत्रण दिवस प्रति वर्ष मनाने का आग्रह किया गया है।
World Disaster Control Day: Theme and Importance
संयुक्त राष्ट्र (United Nation )के मुताबिक कोरोना महामारी(Covid-19) नियंत्रण दिवस के मध्य विश्व आपदा नियंत्रण दिवस का केंद्रबिंदु “सभी के बारे में शासन” है। मानव समाज मे मनुष्य जीवन और संपत्तियों को संरक्षित करने में स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर (National level))पर विशेष रणनीतियों और त्वरित प्रतिक्रिया का प्रमुख महत्व है। यह इसके बदले में आर्थिक व्यय को न्यूनतम करता है और इसके माध्यम से लोग सामान्य जीवन को तीव्रता से पुनः प्रारम्भ कर सकते हैं।
विश्व निकाय के मुताबिक , “COVID-19 और जलवायु आपातकाल हमें बता रहे हैं कि हमें जनता की भलाई के लिए वैज्ञानिक प्रमाणों (Scientific evidence)पर काम करने वाली स्पष्ट दृष्टि, योजनाओं और सक्षम, सशक्त संस्थाओं की आवश्यकता है।”
World Disaster Control Day: History
सम्पूर्ण विश्व(Whole world) मे आपदा जोखिम में कमी हेतु विश्व आपदा दिवस को पूर्ण रूप से समर्पित किया गया था। इसकी शुरुवात 1989 में की गयी थी । संयुक्त राष्ट्र महासभाUnited Nations General Assembly ने “जोखिम-जागरूकता और आपदा में कमी की वैश्विक संस्कृति को बढ़ावा देने” के लिए एक दिन का आह्वान किया था वह दिन 13 अक्टूबर निर्धारित किया गया है । वर्ष 2015 में जापान देश के सेंडाई में आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर तीसरे संयुक्त राष्ट्र विश्व सम्मेलन में यह ऐतिहासिक (Historical Step) कदम उठाया गया था ।